Gynaecology Department
Welcome to the Gynaecology Department at Gayatri Hospital, where women’s health is our top priority. Our department is led by Dr. Anju Goyal, a highly experienced and skilled senior gynecologist dedicated to providing comprehensive and compassionate care to women of all ages.
गर्भावस्था की सम्पूर्ण जाँच
गर्भावस्था की सम्पूर्ण जाँच एक महिला के गर्भावस्था की स्वास्थ्य और सुरक्षा की महत्वपूर्ण पहल है। एक स्वस्थ और सुरक्षित गर्भावस्था माता और शिशु दोनों के लिए महत्वपूर्ण है, और इसके लिए गर्भावस्था की सम्पूर्ण जाँच आवश्यक है।
नॉर्मल एवं सिजेरियन डिलीवरी
नॉर्मल डिलीवरी और सिजेरियन डिलीवरी दो विभिन्न प्रकार के प्रसव हैं जो महिला के गर्भावस्था के अंतिम चरण में होते हैं। नॉर्मल डिलीवरी में बच्चा मात्रा और प्राकृतिक रूप से मात्रा द्वारा जन्म लेता है, जबकि सिजेरियन डिलीवरी में बच्चा शल्य चिकित्सा विधि के माध्यम से महिला के पेट से हटाया जाता है। दोनों प्रकार के डिलीवरी के अपने लाभ और हानियाँ होती हैं
हिस्टेरोस्कोपी और लैप्रोस्कोपी सर्जरी
हिस्टेरोस्कोपी और लैप्रोस्कोपी सर्जरी महिलाओं के लिए दो प्रकार की चिकित्सा प्रक्रियाएं हैं जो गर्भाशय के सम्बंधित समस्याओं के निदान और उपचार में मदद करती हैं। ये नवीनतम और तकनीकी रूप से प्रगत चिकित्सा प्रक्रियाएं हैं जो आपरेशन की आवश्यकता के बिना गर्भाशय समस्याओं को समाधान करती हैं।
हिस्टेरोस्कोपी एक चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें एक चौड़ा, सुकुमार और फ्लेक्सिबल इंस्ट्रुमेंट को गर्भाशय के माध्यम से प्रवेश कराकर गर्भाशय की विस्तृत परीक्षा की जाती है। इस तकनीक का उपयोग गर्भाशय की समस्याओं के निदान, जैसे कि गर्भाशय की पोलिप, गर्भाशय की फिब्रॉएड, गर्भाशय में समस्याएँ और गर्भाशय के कैंसर के लिए किया जाता है। यह एक सुरक्षित और कम संवेदनशील प्रक्रिया है जो बिना बड़ी छेद या बुराई के किया जा सकता है और महिला को ताजगी की ताक में रखता है। इसकी रिकवरी समय भी कम होता है
बिना चिरा बच्चेदानी निकालने का ऑपरेशन
बिना चिरा बच्चेदानी निकालने का ऑपरेशन, जिसे हिन्दी में "लैप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टोमी" कहा जाता है, एक महिला के गर्भाशय की हिस्टेरेक्टोमी का एक विशेष प्रकार है। यह एक नवीनतम और तकनीकी रूप से प्रगत चिकित्सा प्रक्रिया है जो बिना बड़े छेद या बुराई के गर्भाशय की निकासी करती है।
लैप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टोमी एक मिनिमल इनवेसिव सर्जरी प्रक्रिया है जिसमें एक चौड़ा, सुकुमार और फ्लेक्सिबल इंस्ट्रुमेंट को गर्भाशय के माध्यम से प्रवेश कराकर गर्भाशय की निकासी की जाती है। यह इंडोस्कोप नामक एक छोटी सी कैमरा की मदद से किया जाता है जो चिकित्सक को गर्भाशय की सटीक दिखाई देती है। चिकित्सक इस प्रक्रिया के द्वारा गर्भाशय की पूरी जाँच करते हैं और उच्च तकनीकी यंत्रों की मदद से गर्भाशय को निकाला जाता है।
PCOD संबंधी इलाज
पॉलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) एक स्तनपायी रोग है जिसमें महिलाओं के ग्रीवा रूपी गर्भाशय के ओवेरियन (अंडाशय) में अनियमित ग्रोथ होती है जिसके परिणामस्वरूप अंडाशय में छोटी-छोटी गांठ बनती हैं। PCOS के लक्षण में मासिक धर्म के अनियमित होने, बालों की बढ़ती हुई मात्रा, वजन बढ़ने की समस्या, त्वचा की समस्याएं और हॉर्मोनल विकार हो सकते हैं।
पीरियड्स अनियमित या बंद हो जाना
महिलाओं के लिए मासिक धर्म का नियमित होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। हालांकि, कई महिलाएं अनियमित मासिक धर्म की समस्या से पीड़ित हो सकती हैं, जिसमें मासिक धर्म के बंद हो जाने (अमेनोरिया) या अनियमित मासिक धर्म (अल्पावृत्ति) की स्थिति शामिल है। यह गर्भावस्था, स्तनपान, हॉर्मोनल विकार, शारीरिक तनाव, शरीर का वजन, धूम्रपान और अन्य कई कारकों के कारण हो सकता है। पीरियड्स का अनियमित हो जाना या बंद हो जाना किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है, और इसे ध्यान में रखा जाना चाहिए।
बांझपन का जाँच एवं इलाज
बांझपन या शुक्राणु ना बनने की स्थिति में किसी जोड़े को स्वास्थ्य विज्ञान में बांझ या इनफर्टिलिटी के रूप में जाना जाता है। बांझपन एक गंभीर मानसिक और शारीरिक समस्या है जो महिलाओं और पुरुषों दोनों को प्रभावित कर सकती है। यह समस्या विभिन्न कारणों से हो सकती है, जैसे कि अंडाशय और गर्भाशय की समस्याएँ, शुक्राणु ना बनने की समस्या, हॉर्मोनल विकार, स्तनपान, शारीरिक तनाव, आहार और जीवनशैली की समस्याएँ, इंफेक्शन या बीमारी की वजह से।
बार-बार गर्भपात होना
बार-बार गर्भपात या रिपीटेड मिसकैरेज एक स्त्री के लिए भावनात्मक और शारीरिक रूप से कठिन अनुभव है। गर्भपात एक गर्भावस्था के अनचाहे खत्म हो जाने को कहा जाता है, जिसके परिणामस्वरूप गर्भ बाहर निकल जाता है। यदि एक स्त्री को तीन बार या उससे अधिक गर्भपात हो चुके हैं, तो वह बार-बार गर्भपात कहलाता है।
बार-बार गर्भपात के कारण विभिन्न हो सकते हैं, जैसे कि गैर सामर्थ्य या कमजोर गर्भ, गर्भाशय की समस्या, हॉर्मोनल विकार, अन्य चिकित्सीय स्थितियाँ या आनुवंशिक कारण। बार-बार गर्भपात का शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक प्रभाव हो सकता है, जो स्त्री की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है।
बार-बार गर्भपात का इलाज व्यक्तिगत होता है और गर्भपात के कारण पर निर्भर करता है। चिकित्सा वेदों और चिकित्सक की सलाह पर आधारित होता है।
दोबारा संतानोत्पत्ति में कठिनाई होना
दोबारा संतानोत्पत्ति में कठिनाई, जिसे द्वितीयक संतानोत्पत्ति में कठिनाई या सेकंडरी इनफर्टिलिटी के रूप में भी जाना जाता है, एक स्त्री के लिए भावनात्मक और शारीरिक रूप से कठिन अनुभव है। यह उन महिलाओं के लिए समस्या हो सकती है जिन्हें पहली बार बच्चा पैदा हुआ है, लेकिन दूसरी बार संतान नहीं हो पा रही है। दोबारा संतानोत्पत्ति में कठिनाई के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि गर्भाशय इंफेक्शन, हॉर्मोनल विकार, शरीरिक समस्याएँ, बीमारियां, आनुवंशिक कारण या अन्य चिकित्सीय स्थितियाँ।
दोबारा संतानोत्पत्ति में कठिनाई का निदान और इलाज व्यक्तिगत होता है और गर्भावस्था और स्त्री के शारीरिक स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। चिकित्सा वेदों और चिकित्सक की सलाह पर आधारित होता है।
परिवार नियोजन सुविधाएं
परिवार नियोजन सुविधाएं एक महिला और परिवार के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह महिलाओं को अपनी स्वास्थ्य और वित्तीय स्थिति पर नियंत्रण रखने, उनकी गर्भावस्था की योजना बनाने, और उनकी आर्थिक समृद्धि के लिए मदद करती है। विभिन्न परिवार नियोजन सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो महिलाओं को गर्भ नियोजन के विभिन्न विकल्पों में विचार करने और उनकी आवश्यकताओं के अनुसार एक उचित विकल्प चुनने में मदद करती हैं।
Gayatri Hospital is a renowned healthcare facility known for its excellence in medical services, and the Gynaecology Department plays a crucial role in providing specialized care for women’s reproductive health. Dr. Anju Goyal and her team of experienced gynecologists are committed to delivering personalized care in a supportive and comfortable environment.
Dr. Anju Goyal is a senior gynecologist with years of experience in managing various women’s health conditions. She is a trusted name in the field of gynecology, known for her expertise, compassion, and commitment to patient care. She has a deep understanding of women’s unique health needs and provides personalized care that is tailored to each patient’s individual requirements.
The Gynaecology Department at Gayatri Hospital offers a wide range of services to address the diverse needs of women. This includes routine gynecological examinations, prenatal care, management of high-risk pregnancies, infertility evaluation and treatment, family planning and contraceptive counseling, management of menstrual disorders, treatment of gynecological infections, menopause management, and gynecological surgeries, including minimally invasive procedures.
Dr. Anju Goyal and her team utilize advanced diagnostic tools and techniques to provide accurate and timely diagnosis and treatment of various gynecological conditions. They are committed to providing evidence-based care, staying updated with the latest advancements in the field of gynecology, and offering treatment options that are best suited for each patient’s unique needs and preferences.
In addition to clinical care, Dr. Anju Goyal and her team also focus on patient education and counseling. They provide comprehensive information about women’s health, including reproductive health, family planning, and preventive measures. They also offer guidance on lifestyle modifications, nutrition, and overall well-being, empowering women to make informed decisions about their health.
The Gynaecology Department at Gayatri Hospital is dedicated to providing comprehensive, compassionate, and patient-centered care to women. Dr. Anju Goyal’s expertise and experience make her a trusted gynecologist, and her team is committed to delivering the highest standard of care to women seeking gynecological services.